भंवरलाल अपने छोटे भाइयों पर जो हुकमी करते थे. भंवरलाल अपने छोटे भाइयों पर जो हुकमी करते थे.
लता को यह बात दिल पर लग गई और उसने एक निर्णय लिया। लता को यह बात दिल पर लग गई और उसने एक निर्णय लिया।
कितना अंदर तक देखती हैं उसकी आँखें । मधुर सम्मोहित सा उसको देखता रह गया । कितना अंदर तक देखती हैं उसकी आँखें । मधुर सम्मोहित सा उसको देखता रह गया ।
कन्यादान नहीं होगा...... कन्यादान नहीं होगा......
अब लग रहा हे तुम जा रही हो,मन के गुप्प अंधेरे अंधियारे से निकल कही उजालो में खो सी रही अब लग रहा हे तुम जा रही हो,मन के गुप्प अंधेरे अंधियारे से निकल कही उजालो में खो ...
आपने भी क्या हाल बना लिया है अपना, आप अब रोहित को भूल क्यों नहीं जाते आपने भी क्या हाल बना लिया है अपना, आप अब रोहित को भूल क्यों नहीं जाते